IGKV और उज़्बेकिस्तान के बीच कृषि अनुसंधान सहयोग: नए अवसरों की शुरुआत
रायपुर, छत्तीसगढ़ | 21 अगस्त 2025
कृषि अनुसंधान और शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (IGKV), रायपुर और उज़्बेकिस्तान के Denau Institute of Entrepreneurship and Pedagogy के बीच सहयोग को नया आयाम देने की तैयारी है।
✦ प्रतिनिधिमंडल का दौरा
उज़्बेकिस्तान से एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल 21 अगस्त 2025 को रायपुर पहुँचेगा। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य कृषि शिक्षा और अनुसंधान में सहयोग के अवसर तलाशना और मौजूदा साझेदारी को और मजबूत करना है।
✦ सहयोग के प्रमुख क्षेत्र
इस सहयोग के तहत निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:
- बागवानी (Horticulture): फलों, सब्जियों और फूलों की नई किस्मों का विकास, उत्पादन तकनीक और संरक्षण।
- एग्रो-केमिस्ट्री (Agro-Chemistry):
- मिट्टी की उर्वरता, जैविक खाद, उर्वरकों का वैज्ञानिक उपयोग और पर्यावरण-अनुकूल कृषि तकनीक।
- पौध सुरक्षा (Plant Protection):
- फसल रोग, कीट नियंत्रण और जैविक सुरक्षा उपाय।
- मत्स्य पालन (Fisheries):
- उन्नत मत्स्य उत्पादन तकनीक, जलकृषि और मत्स्य आधारित आजीविका।
- खाद्य प्रसंस्करण (Food Processing):
- कृषि उपज का मूल्य संवर्धन, प्रोसेसिंग यूनिट्स और खाद्य सुरक्षा मानक।
✦ छात्र और वैज्ञानिकों का आदान-प्रदान
इस साझेदारी के अंतर्गत स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और साइंटिफिक कोलैबोरेशन पर भी जोर दिया जाएगा।
IGKV और Denau Institute के छात्र एक-दूसरे के कैंपस में जाकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
दोनों देशों के वैज्ञानिक संयुक्त शोध परियोजनाएँ करेंगे। वर्कशॉप, सेमिनार और कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अकादमिक स्तर पर सहयोग बढ़ाया जाएगा।
✦ समझौते का विस्तार
यह पहल अप्रैल 2025 में दोनों संस्थानों के बीच हुए समझौते का हिस्सा है। उस समय तय हुआ था कि भारत और उज़्बेकिस्तान कृषि विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में एक-दूसरे की विशेषज्ञता का लाभ उठाएँगे। अगस्त का यह दौरा उसी दिशा में अगला कदम है, जो अब जमीनी स्तर पर लागू होने जा रहा है।
✦ अपेक्षित परिणाम
- इस सहयोग से: किसानों के लिए उन्नत तकनीक उपलब्ध होगी।
- दोनों देशों के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा।
- कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को नई दिशा मिलेगी।
- अकादमिक अनुसंधान को वैश्विक पहचान प्राप्त होगी।
✦IGKV रायपुर और उज़्बेकिस्तान के Denau Institute का यह सहयोग भारत के कृषि क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार खोल सकता है। बागवानी, पौध सुरक्षा, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में होने वाला यह ज्ञान और तकनीक का आदान-प्रदान न केवल दोनों देशों के किसानों को लाभ पहुँचाएगा, बल्कि शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को भी नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।